Bhopal Congress jila Adhyaksh : नंदमेहर होंगे भोपाल कांग्रेस जिलाध्यक्ष? नेताओं का मिला सर्मथन

Bhopal Congress jila Adhyaksh : मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा संगठन सृजन अभियान की बैठक में शुक्रवार भोपाल कांग्रेस जिला अध्यक्ष को लेकर रायशुमारी की गई। जिसमें आधा दर्जन से अधिक नेताओं ने दावेदारी की। इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जाति विभाग के पूर्व अध्यक्ष महेश नंदरमेहर के नाम पर सहमति बनी। नंदमेहर को समर्थन देने वाले नेताओं मे पूर्व जिला अध्यक्ष कांग्रेस मोनू सक्सेना, जिला अध्यक्ष कांग्रेस कमेटी प्रवीण सक्सेना, युवक कांग्रेस अध्यक्ष अभिषेक शर्मा और एनएसयूआई उपाध्यक्ष विवेक त्रिपाठी शामिल रहे। समर्थन करने वाले नेताओं ने पर्यवेक्षक यशोमति ठाकुर को समर्थन पत्र सौंपा।
मुस्लिम जिलाध्यक्ष की मांग
बता दें कि भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने बैठक में भोपाल में मुस्लिम जिला अध्यक्ष बनाने की मांग की थी। आरिफ मसूद का कहना है था कि भोपाल ही नहीं बल्कि प्रदेश के कई जिलों में मुस्लिम जिला अध्यक्ष की तैनाती होनी चाहिए। हमारा वोटर सवाल करता है हमें, देने को तो कुछ है नहीं संगठन में ही प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
चर्चा में ये भी?
भोपाल जिलाध्यक्ष को लेकर कुछ नाम तेजी से चर्चा में बने हुए है। जिनमें एक नाम है मोनू सक्सेना, सक्सेना पहले कांग्रेस से पार्षद भी रहे है और पहले भी जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल चुके है। हालांकि वे इस पद पर कुछ ही समय के लिए रहे। भोपाल में जब पटवारी परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर हुए आंदोलन के दौरान हुई लाठी चार्ज में उनकी आंख में चोट आ गई थी, जिसके चलते वे कई समय तब उनका उपचार चला था। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने मोनू सक्सेना को हटाकर प्रवीण सक्सेना को जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप दी थी। तब से लेकर अबतक प्रवीण सक्सेन भोपाल कांग्रेस जिलाध्यक्ष की कुर्सी संभालते आ रहे है।
वही प्रवीण सक्सेना भी जिलाध्यक्ष के दावेदार माने जा रहे है। वे भी पहले कांग्रेस से पार्षद रह चुके है। इसके अलावा अमित शर्मा भी भोपाल जिलाध्यक्ष को लेकर दावेदार माने जा रहे है। वे भी पहेल पार्षद रह चुके है। वर्तमान में वे संगठन में सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे है। तो वही आरिफ मसूद ने भोपाल में मुस्लिम जिलाध्यक्ष बनाए जाने की मांग उठाई थी। उन्होंने अब्दुल नासिर को जिलाध्यक्ष बनाने की बात कही थी। अब्दुल नासिर कांग्रेस में लंबे समय से काम करते आ रहे है। वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के समय से जुड़े हुए है। नासिर पार्टी में अलग अलग जिम्मेदारियां संभाल रहे है। आरिफ मसूद ने कहा था की सिंधिया के बीजेपी में जाने के बाद भी अब्दुल नासिर पार्टी के लिए बफादार रहे, वे बीजेपी में नहीं गए। इतना ही नहीं विधायक मसूद ने यह भी कहा कि अगर पार्टी किसी और को जिम्मेदारी देती है तो हम उस पर सहमत है।
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